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doosrapahloo
main UPDESH aur DOOSARA (mera) PAHLOO.
शुक्रवार, 23 मई 2014
चाहत है कुछ लिखूं सुबह की मुस्कराहट सा, बिटिया की बोली सा अँधेरे में रास्ता दिखाती चांदनी जैसा कुछ कुछ ऐसा कि माँ की मीठी झिड़की याद आ जाए
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updesh tiwari
I am updesh. Like my name, little boring but absolutely trustworthy. There r some impurities too. Meet me and u know about them.
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